
लोकमत समाचार मर्डर इन फ्लड लाइट : दिलचस्प क्रिकेट फिक्शन पुस्तक समीक्षा
मतीन खान
ख्यात हिंदी कमेंटेटर पद्मश्री सुशील दोशी की लिखी पुस्तक 'मर्डर इन फ्लड लाइट' एक दिलचस्प क्रिकेट फिक्शन है जो पाठकों को क्रिकेट की दुनिया में ले जाती है. इस पुस्तक में, दोशी ने अपने क्रिकेट के अनुभव का पूरा फायदा उठाया है और क्रिकेट की पेचीदगियों और तकनीक को विस्तार से बताया है. कहानी राकेश सिंह नामक एक युवा क्रिकेटर के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने पिता अनिरुद्ध सिंह के सपने को पूरा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना स्थान बनाने के लिए संघर्ष करता है. औरंगाबाद में रहने वाला अनिरुद्ध सिंह खुद एक प्रथम श्रेणी क्रिकेटर रह चुका है. अब वह साधारण नौकरीपेशा लेकिन उसूलों वाला और ईमानदार इंसान है जो अपने बेटे को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं और उसके लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है. पुस्तक में क्रिकेट के अलावा भी कई पहलू हैं, जैसे कि पैसों की चकाचौंध, बुकीज, प्रेम, विश्वासघात और मर्डर. राकेश की जिंदगी में कई बदलाव आते हैं जब वह मुंबई पहुंचता है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना स्थान बनाता है. लेकिन इसी दौरान, वह अपनी औरंगाबाद की प्रेमिका को छोड़कर नए प्रेम संबंधों में उलझ जाता है और यहीं से कहानी और भी दिलचस्प हो जाती है. पुस्तक का सबसे दिलचस्प पहलू है इसका सस्पेंस. फ्लड लाइट में किसका मर्डर होता है? कैसे मर्डर होता है? कौन मर्डर करता है? ये सवाल पाठकों को पूरी पुस्तक पढ़ने के दौरान व्यस्त रखते हैं. सुशील दोशी की लेखन शैली सरल और स्पष्ट है, जो पाठकों को आसानी से समझने में मदद करती है. उन्होंने क्रिकेट की दुनिया के कई मशहूर खिलाड़ियों और उनके अंदाज़ का जिक्र किया है, जो पुस्तक को और भी रोचक बनाता है. सुशील दोशी ने इस कहानी में एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू को उजागर किया है, जो यह है कि एक अच्छा खिलाड़ी होने और एक अच्छा इंसान होने के बीच में एक बड़ा अंतर हो सकता है. कई बार हम देखते हैं कि कुछ खिलाड़ी मैदान पर बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं, लेकिन उनकी निजी जिंदगी में कई समस्याएं हो सकती हैं. एक अच्छा इंसान होने के लिए हमें अपने सिद्धांतों और मूल्यों को बनाए रखना होता है और अपने रिश्तों को भी संभालना होता है. यही इस कहानी का सबसे अहम् पहलू है, जो पाठकों को सोचने पर मजबूर करता है कि एक अच्छा खिलाड़ी होने के साथ-साथ एक अच्छा इंसान होना भी कितना जरूरी है. इस कहानी में भी राकेश सिंह एक अच्छा खिलाड़ी है, लेकिन उसकी निजी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आते हैं. वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कई बार अपने सिद्धांतों से समझौता करता है और अपने रिश्तों को भी नुकसान पहुंचाता है. कुल मिलाकर, 'मर्डर इन फ्लड लाइट' एक दिलचस्प क्रिकेट फिक्शन है जो पाठकों को क्रिकेट की दुनिया में ले जाती है. सुशील दोशी की लेखन शैली और पुस्तक का सस्पेंस इसे एक अवश्य पढ़ने योग्य पुस्तक बनाते हैं. 'मर्डर इन फ्लड लाइट' पुस्तक प्रवासी प्रेम पब्लिशिंग इंडिया द्वारा प्रकाशित की गई है.
Nagpur Main पुस्तक : मर्डर इन फ्लड लाइट लेखक : सुशील दोशी प्रकाशन : प्रवासी प्रेम पब्लिशिंग इंडिया मूल्य : ₹ 230/ पृष्ठ : 136
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