











- Brand: Pravasi Prem Publishing India
- Language: Hindi
- Weight: 400.00g
- Dimensions: 188.00mm x 240.00mm x 7.00mm
- Page Count: 336
- ISBN: 978-8196971281
सपने देखो, सफलता पाओ एक अच्छा अध्यापक जीवन पर्यंत गुरु ही रहता है। नियमित सेवा से अवकाघ ग्रहण करने के बाद भी उसका लक्ष्य और मार्ग सीख-सिखावन के दायित्व से मुक्त नहीं होता। इसका कारण है घिक्षण के प्रति अध्यापक का समर्पण, निष्ठा और विद्यार्थियों के सही मार्गदर्शन की अभिलाषा। हमारे यहाँ कहा जाता है कि अच्छा गुरु वह होता है जो अपने सुयोग्य धिष्यों को जीवन में अपने से सवाया देखकर संतुष्ट और गौरवान्वित होता है। सीख-सिखावन का सिलसिला कक्षा के बाहर भी चलता रहता है। विद्यार्थियों को अध्ययन के साथ-साथ आचार-विचार और व्यवहार में एक अच्छे मनुष्य के रूप में ढालना गुरु का अभीष्ट होता है। अनेक अध्यापक राह चलते भी मिलने वाले बच्चों से सार्थक संवाद करते चलते हैं।
लेखक के बारे में :
रमेश चंद्र बादल आदर्श शिक्षक श्री रमेशचंद्र बादल ऐसे ही गुणवान अध्यापक रहे हैं। अनेक मंचों और संस्थाओं से सम्मानित श्री बादल सेवारत रहते हुए जितने व्यस्त और समर्पित रहे, आज भी उनका चिंतन और तदनुसार लेखन उन्हें नयी पीढ़ी के लिए समर्पित बनाए हुए है। इसका एक साक्ष्य है 48 लेखों का यह संग्रह जो युवाओं के लिए अभिप्रेरणा, पारिवारिक मूल्य, धार्मिक संचेतना, सजग स्वास्थ और बहुविध संस्कारों का सुरुचिपूर्ण, प्रेरक और संकल्पवान पथ-प्रदर्घक हैं। इस लेख संग्रह का प्रत्येक लेख कपोल कल्पनाओं से नहीं, व्यावहारिक जीवनदृष्टि से ओत-प्रोत है। यह संस्कार ही होते हैं जो साधारण मनुष्य को प्रज्ञावान बनाते हैं। यह लेख संग्रह युवा पीढ़ी के लिए यहीं संदेश लेकर आया है।